CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT SHIV CHALISA LYRICS IN PUNJABI

Considerations To Know About shiv chalisa lyrics in punjabi

Considerations To Know About shiv chalisa lyrics in punjabi

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भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।।

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के॥

जुग सहस्र जोजन पर भानु। लील्यो get more info ताहि मधुर फल जानू।।

त्रिपुरासुरेण सह युद्धं प्रारब्धम् ।

सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।।

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भये प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥

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